George Kurian: केरल से केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल

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June 09 2024


George Kurian: George Kurian का केंद्रीय मंत्रिपरिषद में समावेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा ईसाई समर्थन को स्वीकार करने का संकेत है, खासकर हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में, जहां पार्टी ने थ्रिसुर में जीत हासिल की थी। यह कदम न केवल पार्टी की राजनीति को समृद्ध करेगा, बल्कि आगामी केरल विधानसभा चुनावों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

   

George Kurian from Kerala joins Union Cabinet. केरल से George Kurian केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल।
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George Kurian की पृष्ठभूमि

George Kurian, एक अनुभवी अधिवक्ता और भाजपा के केरल राज्य महासचिव, केरल भाजपा में पिछले चार दशकों से सक्रिय हैं। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) के माध्यम से राजनीति में आए और अपनी मेहनत और समर्पण से पार्टी को राज्य में मजबूत करने का काम किया। केरल जैसे कठिन राजनीतिक वातावरण में, जहां भाजपा का अब तक बहुत अधिक प्रभाव नहीं रहा है, Kurian ने अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से ईसाई समुदाय के प्रति पार्टी की पहुंच को बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किए हैं।


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Kurian पहले राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और एबी वाजपेयी सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री ओ राजगोपाल के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा, वे केरल में टेलीविजन बहसों में एक परिचित चेहरा हैं और चुनावों के दौरान केंद्रीय भाजपा नेताओं के भाषणों का अनुवाद भी करते रहे हैं, जिससे उनकी हिंदी की समझ और पकड़ स्पष्ट होती है।


थ्रिसुर में जीत और ईसाई समुदाय का समर्थन

थ्रिसुर में भाजपा की जीत और George Kurian की केंद्रीय मंत्रिपरिषद में नियुक्ति को पार्टी द्वारा ईसाई समुदाय के समर्थन की स्वीकृति के रूप में देखा जा रहा है। यह कदम न केवल पार्टी की अल्पसंख्यक समर्थन को मजबूत करने की नीति को दर्शाता है, बल्कि राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


केरल में भाजपा की राजनीतिक रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अल्पसंख्यक समुदायों के समर्थन को प्राप्त करना है। Kurian का समुदाय के प्रति समर्पण और पार्टी की नीति को उनके समुदाय के बीच पहुंचाने का प्रयास इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


राजनीतिक करियर और योगदान

George Kurian ने 2016 के विधानसभा चुनावों में पुथुप्पल्ली से चुनाव लड़ा था, जो कि कांग्रेस का गढ़ है, लेकिन उन्हें कांग्रेस और सीपीआई(एम) के उम्मीदवारों के बाद तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। यह परिणाम उनके चुनावी सफर के लिए एक सीख के रूप में देखा जा सकता है, और उनके भविष्य के प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


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Kurian की राजनीतिक यात्रा को उनके संगठनात्मक कौशल और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा से मापा जा सकता है। केरल जैसे राज्य में, जहां भाजपा का प्रभाव सीमित है, Kurian ने पार्टी को एक मजबूत संगठन बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया है।


भाजपा की रणनीति और भविष्य की दिशा

George Kurian की केंद्रीय मंत्रिपरिषद में नियुक्ति भाजपा की रणनीति का एक हिस्सा है, जिसमें अल्पसंख्यक समुदायों के साथ संबंधों को मजबूत करना और राज्य में अपनी स्थिति को मजबूत करना शामिल है। यह कदम पार्टी की अल्पसंख्यक नीति और उनके प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।


आगामी केरल विधानसभा चुनावों में भाजपा की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अल्पसंख्यक समुदायों के समर्थन को प्राप्त करना होगा। Kurian की नियुक्ति इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और पार्टी की रणनीति को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।



George Kurian का केंद्रीय मंत्रिपरिषद में समावेश न केवल भाजपा की अल्पसंख्यक नीति का प्रमाण है, बल्कि केरल में पार्टी की राजनीतिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। Kurian के अनुभव और संगठनात्मक कौशल को देखते हुए, यह कदम पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है और आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उनका समर्पण और कड़ी मेहनत पार्टी के लिए एक प्रेरणा है और यह साबित करता है कि राजनीति में संगठनात्मक कौशल और समुदाय के प्रति निष्ठा कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है।





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